Sukanya Samriddhi Yojana: केंद्र सरकार की लोकप्रिय सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) में इस वर्ष के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। यह योजना खासतौर पर उन माता-पिता के लिए है जो अपनी बेटियों के बेहतर भविष्य के लिए एक सुरक्षित और लाभदायक निवेश करना चाहते हैं। इस योजना के माध्यम से बेटियों की पढ़ाई और शादी के लिए एक मजबूत आर्थिक आधार तैयार किया जा सकता है।
बेटियों के सपनों को मिलेगा आर्थिक आधार
भारत में लाखों माता-पिता ऐसे हैं जो आर्थिक तंगी के कारण अपनी बेटियों के भविष्य को लेकर चिंतित रहते हैं। पढ़ाई की बढ़ती लागत और विवाह के खर्च को देखते हुए, सुकन्या समृद्धि योजना एक बड़ी राहत के रूप में सामने आई है। इस योजना के जरिए मात्र ₹250 से खाता शुरू किया जा सकता है और अधिकतम ₹1.5 लाख तक सालाना निवेश किया जा सकता है।
योजना की शुरुआत और सरकार का उद्देश्य
साल 2015 में “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” अभियान के तहत इस योजना को लॉन्च किया गया था। इसका मुख्य उद्देश्य था कि देश की हर बेटी को शिक्षा और शादी के समय आर्थिक सहायता मिले, ताकि वह आत्मनिर्भर बन सके। योजना का प्रबंधन डाकघर और अधिकृत बैंकों के माध्यम से किया जाता है।
2025 में ब्याज दर और निवेश लाभ
सरकार ने वित्त वर्ष 2025 में इस योजना की ब्याज दर 8.2% घोषित की है, जोकि अन्य लघु बचत योजनाओं की तुलना में सबसे अधिक है। यह ब्याज तिमाही आधार पर चक्रवृद्धि (compounded) होता है, जिससे निवेश की राशि तेजी से बढ़ती है। निवेश की गई राशि और ब्याज पर धारा 80C के तहत टैक्स छूट भी मिलती है।
पात्रता शर्तें और जरूरी बातें
इस योजना के लिए कुछ बुनियादी शर्तें निर्धारित की गई हैं:
बेटी की उम्र 10 वर्ष से कम होनी चाहिए।
खाता सिर्फ माता-पिता या कानूनी अभिभावक ही खोल सकते हैं।
एक परिवार में दो बेटियों के लिए खाता खोला जा सकता है (जुड़वां बेटियों के केस में 3 को अनुमति)।
कन्या का भारतीय नागरिक होना अनिवार्य है।
आवेदन प्रक्रिया
सुकन्या समृद्धि योजना में आवेदन की प्रक्रिया बेहद सरल है:
नजदीकी डाकघर या अधिकृत बैंक में जाएं।
वहां से SSY आवेदन फॉर्म प्राप्त करें और भरें।
फॉर्म के साथ बेटी का जन्म प्रमाण पत्र, माता-पिता का ID प्रूफ और एड्रेस प्रूफ लगाएं।
न्यूनतम ₹250 की राशि जमा करें।
सत्यापन के बाद खाता खोल दिया जाएगा और पासबुक प्रदान की जाएगी।